CBSE Class-12 Exam 2017 : All India Scheme Question Paper (Hindi Core)

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Class 12 papers

CBSE Class-12 Exam 2017 : All India Scheme Question Paper (Hindi Core)

CBSE Class-12 Exam 2017 :  Hindi Core (Set-1)

 
हिन्दी (केन्द्रिक)
निर्धारित समय : ३ घण्टे अधिकतम अंक : १००
सामान्य निर्देश :
  1. इस प्रश्न-पत्र में १४ प्रश्न हैं ।
  2. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
  3. विद्यार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर लिखें ।
  • कृपया जाँच कर लें कि इस प्रश्न-पत्र में मुद्रित पृष्ठ ७ हैं ।
  • प्रश्न-पत्र में दाहिने हाथ की ओर दिए गए कोड नम्बर को छात्र उत्तर-पुस्तिका के मुख-पृष्ठ पर लिखें ।
  • कृपया जाँच कर लें कि इस प्रश्न-पत्र में १४ प्रश्न हैं ।
  • कृपया प्रश्न का उत्तर लिखना शुरू करने से पहले, प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखें ।
  •  इस प्रश्न-पत्र को प‹ढने के लिए १५ मिनट का समय दिया गया है । प्रश्न-पत्र का वितरण पूर्वाङ्घ ें १०.१५ बजे किया जाएगा । १०.१५ बजे से १०.३० बजे तक छात्र केवल प्रश्न-पत्र को प‹ढेंगे  इस अवधि के दौरान वे उत्तर-पुस्तिका पर कोई उत्तर नहीं लिखेंगे ।
खण्ड क
१. निम्नलिखित गद्यांश को प‹ढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : १५
दबाव में काम करना व्यक्ति के लिए अच्छा है या नहीं, इस बात पर प्राय: बहस होती है । कहा जाता है कि व्यक्ति अत्यधिक दबाव में नकारात्मक भावों को अपने ऊपर हावी कर
लेता है, जिससे उसे अक्सर कार्य में असफलता प्राप्त होती है । वह अपना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी खो बैठता है । दबाव को यदि ताμकत बना लिया जाए, तो न सिμर्फ
सफलता प्राप्त होती है, बल्कि व्यक्ति कामयाबी के नए मापदंड रचता है । ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं जब लोगों ने अपने काम के दबाव को अवरोध नहीं, बल्कि ताμकत बना लिया ।
‘सुख-दुख, सफलता-असफलता, शान्ति-क्रोध और क्रिया-कर्म हमारे दृष्टिकोण पर ही निर्भर करता है ।ङ्क जोस सिल्वा इस बात से सहमत होते हुए अपनी पुस्तक यू द हीलर में लिखते हैं
कि मन-मस्तिष्क को चलाता है और मस्तिष्क शरीर को । इस तरह शरीर मन के आदेश का पालन करता हुआ काम करता है । दबाव में व्यक्ति यदि सकारात्मक होकर काम करे, तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब होता है । दबाव के समय मौμजूद समस्या पर ध्यान केंद्रित करने और बोझ महसूस करने की बजाय यदि यह सोचा जाए कि हम अत्यंत सौभाग्यशाली हैं, जो एक कठिन चुनौती को पूरा करने के लिए तत्पर हैं, तो हमारी बेहतरीन क्षमताएँ स्वयं जागृत हो उठती हैं । हमारा दिमाμग जिस चीμज पर भी अपना ध्यान केंद्रित करने लगता है, वह हमें ब‹ढती प्रतीत होती है ।यदि हम अपनी समस्याओं के बारे में सोचेंगे, तो वे और ब‹डी होती महसूस होंगी । अगर पनी शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, तो वे भी ब‹डी महसूस होंगी । इस बात को हमेशा ्यान में रखना चाहिए कि ‘जीतना एक आदत है, पर अμफसोस ! हारना भी आदत ही है 
 

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CBSE Class-12 Exam 2017 :  Hindi Core (Set-2)

कृपया जाँच कर लें कि इस प्रश्न-पत्र में मुद्रित पृष्ठ ७ हैं ।
  • प्रश्न-पत्र में दाहिने हाथ की ओर दिए गए कोड नम्बर को छात्र उत्तर-पुस्तिका के मुख-पृष्ठ पर लिखें ।
  • कृपया जाँच कर लें कि इस प्रश्न-पत्र में १४ प्रश्न हैं ।
  • कृपया प्रश्न का उत्तर लिखना शुरू करने से पहले, प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखें ।
  • इस प्रश्न-पत्र को प‹ढने के लिए १५ मिनट का समय दिया गया है । प्रश्न-पत्र का वितरण पूर्वाङ्घ में १०.१५ बजे किया जाएगा । १०.१५ बजे से १०.३० बजे तक छात्र केवल प्रश्न-पत्र को प‹ढेंगे और इस अवधि के दौरान वे उत्तर-पुस्तिका पर कोई उत्तर नहीं लिखेंगे ।
खण्ड क
१. निम्नलिखित काव्यांश को प‹ढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : १५=५
मन-दीपक निष्कंप जलो रे !
सागर की उत्ताल तरंगें,
आसमान को छू-छू जाएँ
डोल उठे डगमग भूंडल
अग्निमुखी ज्वाला बरसाए
धूकेतु बिजली की द्युति से,
धरती का अंतर हिल जाए
फिर भी तु μजहरीले फन को
कालजयी बन उसे दलो रे !
कदम-कदम पर पत्थर, काँटे
पैरों को छलनी कर जाएँ
श्रांत-क्लांत करने को आतुर
क्षण-क्षण में जग की बाधाएँ
मरण गीत आकर गा जाएँ
दिवस-रात, आपद-विपदाएँ
फिर भी तु हिमपात तपन में
बिना आह चुपचाप जलो रे !

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CBSE Class-12 Exam 2017 :  Hindi Core (Set-3)

खण्ड क
१. निम्नलिखित गद्यांश को प‹ढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : १५
दबाव में काम करना व्यक्ति के लिए अच्छा है या नहीं, इस बात पर प्राय: बहस होती है । कहा जाता है कि व्यक्ति अत्यधिक दबाव में नकारात्मक भावों को अपने ऊपर हावी कर
लेता है, जिससे उसे अक्सर कार्य में असफलता प्राप्त होती है । वह अपना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी खो बैठता है । दबाव को यदि ताμकत बना लिया जाए, तो न सिμर्फ
सफलता प्राप्त होती है, बल्कि व्यक्ति कामयाबी के नए मापदंड रचता है । ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं जब लोगों ने अपने काम के दबाव को अवरोध नहीं, बल्कि ताμकत बना लिया ।
‘सुख-दुख, सफलता-असफलता, शान्ति-क्रोध और क्रिया-कर्म हमारे दृष्टिकोण पर ही निर्भर करता है ।ङ्क जोस सिल्वा इस बात से सहमत होते हुए अपनी पुस्तक यू द हीलर में लिखते हैं
कि मन-मस्तिष्क को चलाता है और मस्तिष्क शरीर को । इस तरह शरीर मन के आदेश का पालन करता हुआ काम करता है । दबाव में व्यक्ति यदि सकारात्मक होकर काम करे, तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने  कामयाब होता है । दबाव के समय मौμजूद समस्या पर ध्यान केंद्रित करने और बोझ महसूस करने की बजाय यदि यह सोचा जाए कि हम अत्यंत सौभाग्यशाली हैं, जो एक कठिन चुनौती को पूरा करने के लिए तत्पर हैं, तो हमारी बेहतरीन क्षमताएँ स्वयं जागृत हो उठती हैं । हमारा दिमाμग जिस चीμज पर भी अपना ध्यान केंद्रित करने लगता है, वह हमें ब‹ढती प्रतीत होती है । यदि हम अपनी समस्याओं के बारे में सोचेंगे, तो वे और ब‹डी होती महसूस होंगी । अगर अपनी शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, तो वे भी ब‹डी महसूस होंगी । इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि ‘जीतना एक आदत है, पर अμफसोस ! हारना भी आदत ही है ।ङ्क
(क) दबाव में काम करने के नकारात्मक प्रभाव समझाइए । २
(ख) दबाव हमारी सफलता का कारण कब और कैसे बन सकता है ? २
(ग) दबाव में सकारात्मक सोच क्या हो सकती है ? स्पष्ट कीजिए । २
(घ) काम करने की प्रक्रिया में मन, मस्तिष्क और शरीर के संबंध को अपने शब्दों में समझाइए । २
(ङ) आशय स्पष्ट कीजिए : ‘जीतना एक आदत है, पर अμफसोस ! हारना भी आदत ही है ।ङ्क २
(च) गद्यांश के केंद्रीय भाव को लगभग २० शब्दों में लिखिए । २
(छ) अपनी क्षमताओं को जगाने में या समस्याओं को ब‹डा महसूस करने में हमारी सोच की क्या भूमिका है ? २
(ज) उपर्युक्त गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए ।

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Courtesy: CBSE