(Model Paper) UP Board: Hindi B Class X Model Test Paper Year 2011
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प्रतिदर्श प्रश्न पत्र-कक्षा-10
वर्ष्--2011 - हिन्दी - B
समय- तीन घण्टे
पूर्णाक-100
1-(क) निम्नलिखित कथनों में से कोई एक कथन सही है, उसे पहचान कर लिखिए। (1)
- ’अर्द्धनारीश्व” रामधारी सिहं दिनकर का प्रसिद्ध निबन्ध संग्रह है।
- ’चम्पारन में महात्मा गान्धी’ डा0 राजन्द्र प्रसाद का काव्य संग्रह है।
- ’ओसू’ डा0 राम कुमार वर्मा का काव्य संग्रह है।
- त्रिवणी रामचन्द्र शुक्ल का काव्य संग्रह है।
(ख) निम्नलिखित कृतियों में से किसी एक के लेखक का नाम लिखिएः- (1)
- हिन्दी साहित्य का इतिहास।
- शिक्षा और संस्कृति।
- सूरज का सातवां घोडा़ ।
- संस्कृति के चार अध्याय।
(ग) यात्रा साहित्य के किसी एक लेखक का नाम लिखिए। (1)
(घ) मुंशी प्रेमचन्द्र के एक प्रसिद्ध उपन्यास का नाम लिखिए। (1)
(ड)’ध्रुव स्वामिनी’ के लेखक का नाम लिखिए। (1)
2-(क) छायावाद के दो प्रमुख कवियों का नाम लिखिए। (2)
(ख) रीति काल की दो प्रमुख प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए। (2)
(ग) तार सप्तक के सम्पादक का नाम लिखिए। (1)
3-निम्नांकित गद्यांशों में से किसी एक के नीचे दिए गये प्रश्नों का उत्तर
दीजिए। 2+6+2=10
(क) यह केवल एक काव्य की भावना नहीं है, बल्कि एक एतिहासिक सत्य है, जो हजारों
वर्षो से
अलग-अलग अस्तित्व रखते हुए अनेकानेक जल-प्रपतों और प्रवाहों का सगंम स्थल बनकर
एक प्रकाण्ड और प्रगाढ़ समुद्र के रूप में भारत में व्याप्त है, जिसे भारतीय सस्कृति
कहतें हैं।
अलग-अलग नदियों के उद्गम भिन्न-भिन्न हे सकते हैं और रहें हैं। इनकी धाराए भी
अलग-अलग बही है और प्रदेश के अनुसार भिन्न-भिन्न प्रकार के फल-फलू पैदा कर रही है,
पर
सबमें शुद्ध, सुन्दर, स्वस्थ और शीतल जल बहता रहा है, जो उद्गम और सगंम में एक ही
हों
जाता है।
- उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
- गद्याश् के रेखांकित अश की व्याख्या कीजिए।
- भारतीय संस्कृति का नाम किसे दे सकते है।
(ख) जो तरूण ससांर के जीवन सग्रांम से दूर हैं, उन्हें ससांर का चित्र बडा़
मनमोहक प्रतीत
होता है, जो वृद्ध हो गये है, जो बाल्यावस्था और तरूणावस्था से दरू हट आये
हैं,उन्हें अपने अतीत
काल की स्मृति बडी़ सुखद लगती है। वे अतीत का ही स्वप्न देखते है। तरूणां के लिए
जैसे
भविष्य उज्जवल होता है वैसे ही वृद्धा के लिए अतीत। वर्तमान से दोनों को असतोंष्
होता है।
तरूण भविष्य को वर्तमान में लाना चाहते हैं और वृद्ध अतीत को खीचंकर वर्तमान में
देखना
चाहते हैं।
- उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
- रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए।
- तरूणों और वृद्धों में कौन सी बात समान दिखायी देती है।
4-निम्नलिखित पद्याशों में से किसी एक की सन्दर्भ सहित व्यख्या कीजिए तथा
उसका काव्यसौन्दर्य लिखिए। 2+6+2=10
(क) चरन कमल बन्दौ हरि राइ।
जाकी कृपा पगुगिरि लघौ, अधें कौ सब कुछ दरसाइ।
बहिरौ सुनै गूगपुनि बाले, रकं चलै सिर छत्र धराइ।
सूरदास स्वामी करूनामय, बार-बार बन्दौ तिहि पाइ।।
(ख) चीटीं को देख ?
वह सरल विरल काली रेखा
तम के तागे सी जो हिल-डुल
चलती लघुपद पल-पल मिल-जुल
वह है पिपीलिका पोति।
देखो ना किस भोति
काम करती वह संतत।
कन-कन कनके चुनती अविरत।
5-(क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक लेखक का संक्षप्त जीवन परिचय दीजिए। (4)
- डा0 राजन्द्र प्रसाद
- जय प्रकाश भारती
- रामधारी सिहं ष्दिनकरष्।
(ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का संक्षप्त जीवन परिचय दीजिए।
- सूरदास
- बिहारी
- महादेवी वर्मा
- रामनरेश त्रिपाठी। (4)
6-निम्नलिखित का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए। 2+6=8
वाराणसी सुविख्याता प्राचीना नगरी। इयम् विमल सलिल तरगांयाःगंगायाकूले स्थिता।
अस्याः
घट्टानाम् वलयाकृतिः पंक्तिः धवलयां चंद्रिकायां बहु राजते। अगणिताः पर्यटकाः
सुदूरेभ्य: दशेभ्य:
नित्यम् अत्र आयान्ति, अस्याः घट्टानां च शाभों विलाक्य बहु प्रशसंन्ति।
अथवा
कोकिलः यापय दिवसान् तावद् विरसान् करील विटपेषु।
यावन्मिलदलिमालः कोडपि रसालः समुल्लसति।।
7-(क) अपनी पाठ्य पुस्तक से कण्ठस्थ किया गया कोई एक श्लोक लिखिए,जो इस
प्रश्न पत्र में न आया हो। (4)
(ख) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नां का उत्तर संस्कृत में दीजिए।
(2)
(1) अलक्ष्येन्द्रःकः आसीत्घ्
(11) मैत्री केन वर्धतेघ्
(111) वातात् शीघ्रतरं किम् अस्तिघ्
(1अ) वाराणसी नगरी कुत्र स्थिता अस्तिघ्
8-(क) करूण रस की परिभाषा लिखकर एक उदाहरण दीजिए। 2+2=4
अथवा
शीशपर गगा हॅसें, भुजनि भुजगं हॅसे,
हास ही को दगा भयो, नंगा के विवाह में।
उपर्युक्त पद्याश में प्रयुक्त रस का नाम लिखिए तथा प्रयुक्त रस का स्थायी भाव
बताइए।
(ख) उपमा अथवा रूपक अलकांर की परिभाषा लिखिए तथा एक उदाहरण भी दीजिए। 2+2=4
(ग) सोरठा छन्द की परिभाषा एवं उदाहरण लिखिए। 2+2=4
9-(क) निम्नलिखित उपसर्गो में से किन्हीं तीन के मले से एक-एक शब्द बनाइए। 1+1+1=3
- अनु
- अभि
- उप
- अधि
- अ
- सह।
(ख) निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रत्ययों का प्रयागे करके एक-एक शब्द बनाइए। 1+1+1=3
- आई
- त्व
- ता
- पन
- वट।
(ग) निम्नलिखित में से किन्हीं दो में से समास विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए। (2)
- दिनरात
- पचानन
- नीलोत्पत
- लम्बोदर।
(घ) निम्नलिखित में से किन्हीं दो के तत्सम रूप लिखिए। (2)
- सांई
- कपूर
- मजूरी
- बरषा।
(ड) निम्नलिखित में से किन्हीं दो शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए। (2)
- रात
- आकाश
- तालाब
- भाई।
10-(क) निम्नलिखित में से किन्हीं दो में सन्धि कीजिए तथा सन्धि का नाम लिखिए। (2)
- तथा + एव
- महा + ओजः
- इति + आदि
- लृ + आकृतिः।
(ख) निम्नलिखित शब्दों के रूप चतुर्थी विभक्ति एक वचन में लिखिए। 1+1=2
- मति अथवा नदी
- तद् अथवा युष्मद्।
(ग) निम्नलिखित में से किसी एक की धातु,लकार,पुरूष तथा वचन का उल्लेख कीजिए। (2)
- अपठत्
- पश्य
- हसेयुः
(घ) निम्नलिखित में से किन्हीं चार का संस्कृत में अनुवाद कीजिए। 1+1+1+1=4
- घुमावदार।
- पत्थर की मूर्तियां।
- हरण कर लिया
- वष्णु के लिए
- उपहास करते हुए
- स्नान करके
- कटुवचन द्वारा
- छोड़ने योग्य
11. निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए। (10)
- विज्ञान वरदान या अभिशाप
- देशाटन से लाभ
- ग्रामीण जीवन
- मेरा प्रिय साहित्यकार
- वर्तमान शिक्षा प्रणाली के गुण और दोष।
12. अपने पठित खण्ड काव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक का
उत्तर लिखिए। (4)
(क)
- ’मुक्तिदूत’ खण्ड काव्य का कथानक सक्षंप में लिखिए।
- ’मुक्तिदूत’ खण्ड काव्य के नायक का चरित्र चित्रण सक्ष्पे में कीजिए।
(ख)
- ’ज्योति जवाहर’ खण्ड काव्य में श्री नेहरू के विराट व्यक्तित्व में भारतीय
संस्कृति अपनी भावात्मक एकता के साथ मुखर हो उठी है।
इस कथन की पुष्टि सक्ष्प में कीजिए। - ’ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य की कथावस्तु सक्ष्पे में लिखिए।
(ग)
- ’अग्रपुजा’ खण्डकाव्य मं वर्णित राजसयू यज्ञ का सक्ष्पे में वर्णन कीजिए।
- ’अग्रफूझा खण्डकाव्य’ के आधार पर कर्ण का चरित्र-चित्रण सक्ष्पे में कीजिए।
(घ)
- ’मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के प्रताप सर्ग की कथावस्तु सक्ष्पे में लिखिए।
- ’मेवाड़ मुकुट’ खण्ड काव्य के आधार पर राणा-प्रताप का चरित्र-चित्रण सक्ष्पे में कीजिए।
(ड)
- ’जय सुभाष’ खण्ड काव्य से आपको क्या शिक्षा मिलती है ? सक्षपे में लिखिए।
- ’जय सुभाष’ खण्ड काव्य के प्रमुख पात्र की चारित्रिक विशेषताए संक्षेप में लिखिए।
(च)
- ’मातृ भूंमि के लिए’ खण्डकाव्य के बलिदान सर्ग की कथा सक्ष्पे में लिखिए।
- मातृ भूंमि के लिएष् खण्डकाव्य क के आधार पर चन्द्रशेखर आजाद की राष्ट्र-निष्ठा का संक्षप्त वर्णन कीजिए।
(छ)
- ’कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार कर्ण वध की मार्मिकता का चित्राकं न कीजिए।
- ’कर्ण’ खण्डकाव्य के पंचम सर्ग का काव्य सौन्दर्य सक्ष्पे में लिखिए।
(ज)
- ’कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के आधार पर राम-भरत मिलन सर्ग का साराश् लिखिए।
- ’कर्मवीर भरतष’ खण्डकाव्य के आधार पर कैकयी की चारित्रिक वि्शेषाताए सक्ष में लिखिए।
(झ)
- ’तुमुल’ खण्डकाव्य के नवम् सर्ग में वर्णित लक्ष्मण मर्छू प्रसगं का संक्षप्त वर्णन कीजिए।
- ’तुमुलष्’ खण्डकाव्य के प्रमुख पात्रों का संक्षप्त परिचय दीजिए